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एफएमसीजी उद्योग के सामने खडी चुनौतियाँ
#१. भंडारण व्यवस्थापन
एफएमसीजी क्षेत्र में कठिन चुनौति में से एक है भंडारण व्यवस्थापन | जब कीमतें बढती है और बिक्री कम होती है तब विनाशशील या धीमी गति से बिक्री होनेवाले भंडारण का क्या करना है यही बडी समस्या खडी होती है | इस क्षेत्र की कंपनियों को बहोत ही मजबुत भंडारण व्यवस्थापन प्रणाली खासकर एआरएस यानि कि समाप्त हुए माल की अपनेआपही ऑर्डर देनेवाली प्रणाली और अच्छा सुस्थापित चीजें भंडारण करने का नक्शे (प्लॅनोग्राम) की आवश्यकता पडती है | भंडारण व्यवस्थापन में उत्कृष्टता साध्य करने के लिए बहोत से एफएमसीजी / सुपरमार्केट व्यापार, युवर रिटेल कोच जैसे सुपरमार्केट सलाहकारोंपर निर्भर रहते है, जो सीख का समय कम कर तेजी से लक्ष्य प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करते है |
#२. ब्रँड बिल्डिंग और कनेक्ट
एफएमसीजी ब्रँड निर्माण कर उसे बढाने के लिए ग्राहकों के साथ संपर्क में रहना बहोत ही महत्वपूर्ण बन रहा है | चूँकि विपणन का लक्ष्य हमेशा ही ग्राहकों के साथ अच्छा संपर्क रखना होता है फिर भी जिस तरीके से यह संपर्क किया जाता है उससे फर्क पडता है | ग्राहकों से संपर्क करने के नएनवेले मार्ग और मौके कैसे अपनाने है, यह समझना भी उतनाही महत्वपूर्ण है | कंपनियों को, ग्राहकों का विश्र्वास जितना आना चाहिए और संपर्क के बाद नजदिकियाँ तथा रिश्ता मजबुत करने के लिए विभिन्न चॅनेल्स का उपयोग भी करना चाहिए | तभी ही उनके ब्रँड का वजन बढेगा और ब्रँड की बढोतरी होगी |
#३. शिकायत व्यवस्थापन
ग्राहकों की समस्याएँ और शिकायते समय रहते ही निपटाना यह ग्राहक चीजों के व्यापार के लिए बहोत ही महत्वपूर्ण है | वर्तमान में सामाजिक माध्यमों की गतिविधी और पारदर्शकता, इसमें से आनेवाले गंदे रिव्ह्यूज इन रेटिंग्ज के कारण कंपनी की प्रतिष्ठा को कुछ पलों में ही धक्का लग सकता है | ग्राहकों की समस्या का निराकरण जितना जल्द हो सके उतना जल्द करना तथा ऐसी नकारात्मक स्थिती को और शिकायतो को भी ग्राहकों से, मजबुत, विश्र्वासपर आधारित मूल्यवान रिश्ता जोडने के, बढोतरी के मौके के तौरपर भी देखा जा सकता है |
#४. उत्पाद बिक्री में कम मार्जिन
उत्पादोंपर कम मार्जिन और व्यापार चलाने का खर्चा अधिक, इस कारण बडी मात्रा में व्यापार करना पडता है अन्यथा एफएमसीजी व्यापार नहीं चलेगा |
#५. आपूर्ति शृंखला और लॉजिस्टिक्स व्यवस्थापन
सुपरमार्केटस और एफएमसीजी क्षेत्रों के सामने लॉजिस्टिक्स और आपूर्ति शृंखला की कार्यक्षमता यही मूल चुनौति होती है | एफएमसीजी क्षेत्र का स्वरुप ही ऐसा होता है कि आपूर्ति निरंतर होनी चाहिए और वार्षिक मौसमी उतार-चढ़ाव का शिखर ४००% तक पहुँच सकता है जिसे सहने की क्षमता भी रखनी पडती है | वैसेही नाजुक या नाशवंत स्वरुप के उत्पादों का प्रयोग कालावधि भी बहोत ही कम होती है तथा ग्राहकों की प्रवृत्ति भी बदलती रहती है | कीमतें और बढोतरी के अर्थकारण का मिलाफ करने के लिए उपरी निर्देशित सारी वजहों से निरंतर आपूर्ति शृंखला की कार्यक्षमता का परीक्षण होते रहता है |
ऑनलाईन किराना और ऑनलाईन सुपरमार्केट के रिटेल बिक्रेताओं के लिए खासकर आपूर्ति शृंखलाएँ और लॉजिस्टिक्स की भूमिका महत्वपूर्ण है, जिसमें सिर्फ लॉजिस्टिक्स के कारण ही ग्राहकों के ४५% असंतुष्टिकारक रिव्ह्यूज आ सकते है तो बचे ५५% रिव्ह्यूज, उत्पाद और अन्य सेवाओं से संबंधित हो सकते है | इसिलिए एफएमसीजी इकॉमर्स में आपूर्ति शृंखला और लॉजिस्टिक्स का सुपरमार्केट कार्यप्रणाली मॅन्युअल यह विकल्प न रह कर आवश्यकता बन गया है |
एफएमसीजी क्षेत्र की बडी कंपनियों ने इस निरंतर बदलनेवाले स्पर्धात्मक उद्योग में रहने के लिए, भांडार, कार्यप्रणाली और आपूर्ति शृंखला का फिर से विचार करना चाहिए वैसे ही ग्राहकों को भी आवश्यकता के अनुसार सेवा प्रदान करनी चाहिए | इस स्पर्धात्मक चरम सीमा के दृष्टीकोण को एफएमसीजी क्षेत्र की बडी कंपनियों की भांडार कार्यप्रणाली में देखा जा सकता है | जैसे रिटेल दुकानदारों ने आपूर्ति शृंखला की पुनर्रचना की है वैसे ही एफएमसीजी उत्पाद भी सेवा स्तरपर माँग व्यवस्थापन करने के लिए बडे पैमानेपर माल का चलन करते है | भंडारण जगह का उपयोग इष्टतम तरीके से करना भी बडी चुनौति होता है जिस कारण एजीव्हीएस, एएसआरएस और मोबाइल द्वारा चलित संतुष्टि उपायों का प्रयोग प्रगत हो रहा है |
#६. नाजुक चीजों का व्यवस्थापन
एफएमसीजी क्षेत्र में नाजुक या नाशवंत चीजों के व्यवस्थापन की चुनौति भी होती है | सावधानी से किया हुआ पैकेजिंग और नाजुक चीजों को संभालना भी महत्वपूर्ण मुद्दा होता है |
#६. ग्राहकों की देखभाल के लिए सीआरएम
अतिस्पर्धात्मक और बदलते व्यापार माहौल के कारण एफएमसीजी क्षेत्र में ग्राहकों को सिर्फ आकर्षित करना ही नहीं तो उनकी देखभाल की भी आवश्यकता निर्माण हुई है | इसिलिए अगिनत ग्राहक बेस बनाकर उसमें से हर एक से संपर्क कर दीर्घ कालावधि का रिश्ता जोडने की आवश्यकता है | इसीमें से सीआरएम या ग्राहक रिश्ता व्यवस्थापन का जन्म हुआ है | विपणन संबंध के तत्वोंपर ही सीआरएम आधारित है | ग्राहकों का निर्माण, विकसन, वृद्धी और रिश्ता देखभाल और दीर्घकालिन ग्राहक मूल्यवर्धन तथा संस्थात्मक लाभ यही इनका लक्ष्य होता है |
वर्धित लाभ के लिए ग्राहकों का अनुभव समृद्ध कर, संतुष्टि प्रदान करना और उनका विश्र्वास जितना ही लक्ष्य है | एफएमसीजी उद्योग में सीआरएम, यह एक व्यापार स्ट्रॅटेजी है जिसके प्रयोग से बडा आरओआय (निवेशपर वापसी) प्राप्त किया जा सकता है | उत्पाद की प्रभावी बिक्री में, सेवा में, प्रक्रिया और विपणन में मदद करने के लिए ग्राहक केंद्रीत व्यापार दृष्टीकोण को इस तरह अनुकूलित किया जाता है |
#७. ऑम्निचैनल दृष्टीकोण उपयोग करना
इस समय विभिन्न ऑनलाईन तथा ऑफलाईन चॅनेल्स में ग्राहकों की राय के अनुसार ब्रँड की असल प्रतिमा बनाना भी महत्वपूर्ण है | ऑम्निचैनल दृष्टीकोण में वेबसाईट चैनल्स, इकॉमर्स मौडल्स और पारंपारिक ईंट-पत्थरों से बनी दुकानें और बहोत कुछ आता है, जिससे कि एकात्मिक विपणन संप्रेषण की सुविधा प्राप्त होती है और ग्राहकों को उनके सुविधाप्रद चैनल के एफएमसीजी आपूर्तिदार को चुनने का मौका मिलता है | ऑम्निचैनल रिटेलिंग की सुविधा प्रदान करने के लिए आपको सुपरमार्केट की कार्यप्रणाली के लिए रिटेल अनुभववाले सलाहकारों की आवश्यकता होगी जिन्हें नए उपाय पता है | एफएमसीजी सलाहकार चीजों के बिक्री व्यवसाय की चुनौतियाँ लांघने और ग्राहक अनुभव समृद्ध करने में मदद करते है |
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वायआरसी: एफएमसीजी क्षेत्र की बढोतरी के लिए आपका स्ट्रॅटेजिक पार्टनर
यदि आपको ऑनलाईन किराना दुकान चालू करना है या आपकी खुदकी सुपरमार्केट शृंखला निर्माण करनी है, तो विश्र्वासु सुपरमार्केट सलाहकार चुनने का समय आया है | वायआरसी बहोत से ऑनलाईन तथा ऑफलाईन रिटेलर्स का पसंदीदा विकल्प है, सीपीजी व्यापार विश्र्लेषण हो या चीजों की बिक्री के सुपरमार्केट का विस्तारण हो, इनके अच्छे अनुभवी स्ट्रॅटेजिस्ट की आवश्यकता आपको पड सकती है |
एफएमसीजी क्षेत्र के स्पर्धात्मक माहौल में विख्यात एफएमसीजी सलाहकारों की ही आवश्यकता होती है | अब यदि कौनसा एफएमसीजी सलाहकार चुनें तो आपकी विभिन्न आवश्यकताओं की पूर्तता होगी ऐसा संभ्रम है तो, वायआरसी, रिटेल सलाहकारों से जरुर बात किजिए | युवर रिटेल कोच को प्रवृत्ति का पता होने से, सही अनुमान लगा सकते है और जैसे एफएमसीजी उद्योग विकसित हो रहा है वैसे ही उसमें प्रयोग किए जानेवाली प्रद्यौगिकी का भी उन्हें पता है |
यह विख्यात सलाहकार, एफएमसीजी के व्यवस्थापन में मदद करते है | उनकी मदद से एफएमसीजी के ब्रँड मूल्य का लाभ उठाकर अभियान, व्यापार उपक्रम और बिक्री प्रणाली का पूर्ण कार्यक्षमता से उपयोग करने के लिए रिटेल दुकानों में मानक कार्यसंचालन तरीके प्रयोग कर व्यापार बढोतरी में मदद मिलेगी | रिटेल कार्यपद्धति सलाहकार, वायआरसी, मजबुत रिपोर्टिंग प्रणाली की सुनिश्चिती करवाते है और एफएमसीजी व्यापार विस्तार में “व्यवसाय ३-एस” यानि कि कर्मचारी, भंडारण और बिक्री इसपर ध्यान देने के लिए रिटेल प्रक्रिया मॅन्युअल्स का प्रयोग कर मदद करते है |
- एफएमसीजी उद्योग के बारे में
एफएमसीजी यानि कि “झट से बिक्री होनेवाली चीजें” और सीपीजी यानि कि “बिक्री के लिए पैकेज्ड चीजें” जिनकी बिक्री हररोज होती है या रोजाना प्रयोग की जानेवाली चीजें | एफएमसीजी क्षेत्र के हर उत्पाद की कीमत ही, उसके प्रयोगपर निर्भर होने के कारण, एफएमसीजी क्षेत्र में ग्राहकों की भूमिका बहोत बडी होती है | वनौषधि और नैसर्गिक उत्पाद विभाग में लगातार, निरंतर और बहोत ही बढोतरी हो रही है जिसके कारण प्रमुख एफएमसीजी कंपनियों ने शुरु किए हुए नए लौन्चेस की बाढ आई है | आर्थिक छूट और पारदर्शी नीतियों ने अर्थव्यवस्था को, झट से खत्म होनेवाली चीजों के मुक्तप्रवाह की ओर मोडा है | डेलौइट के विवरण के अनुसार, वैश्र्विक बढोतरी में एफएमसीजी क्षेत्र का, बडा ही सहभाग है | विवरण आगे बताता है कि वर्ष २०२०-२०२३ से इस क्षेत्र में प्रभावी सीएजीआर बढोतरी देखी जाएगी | तो यदि आप किराना दुकान या ऑनलाईन सुपरमार्केट खोलने की सोच रहे है और प्रश्न है कि “सुपरमार्केट व्यापार कैसे शुरु किया जाए”, तो अभी, जब कि बढोतरी असीमित है, तभी यह किजिए, लेकिन चुनौतियाँ भी उतनी ही रहेंगी |
बदलती हुई जीवनशैली, बढी हुई आय और आसान एक्सेस, इस सबने इस क्षेत्र की बढोतरी में हिस्सा लिया है | भारतीय एफएमसीजी क्षेत्र में से कुल निर्माण राजस्व का ५५% सिर्फ शहर विभाग से आता है | आगे भारत में सिर्फ रिटेल बाजार भी २०२१ तक १.१ ट्रिलियन डॉलर्स तक पहुँचने का अनुमान है जो २०१७ में ८४० बिलियन डॉलर्स हुआ करता था | इस कारण एफएमसीजी कंपऩियों के लाभ में भी अच्छी बढोतरी होगी क्योंकि आधुनिक बिक्री भी हर वर्ष लगभग २०-२५ प्रतिशत बढ रही है |
झट से खत्म होनेवाली चीजों ने मूलभूत भाग व्याप्त है जिसमें शामिल है – खाद्य और पेय, जिसमें से विभाग के कुल राजस्व का १९% आता है, तो स्वास्थ्य देखभाल दुसरा ३१% देता है और घर में प्रयोग की जानेवाली और वैयक्तिक प्रयोग की जानेवाली चीजों से बाकी ५०% व्याप्त है |
एफएमसीजी क्षेत्र २०२१ तक २७.८६ की सीएजीआर से बढेगा | एफएमसीजी कंपनियाँ भी उर्जा कार्यक्षम कारखाने और खाद्य पार्क इसमें, क्षमता विस्तार तथा देसी बाजारों का अधिग्रहण करने के लिए बडे पैमानेपर निवेश करने के लिए तैयार हो रही है | एफएमसीजी क्षेत्र का निवेश, चिनी, खाद्य प्रक्रिया, सौंदर्यप्रसाधन और कागज गूदा उद्योगोंपर केंद्रीत रहता है |
हमारी सेवाएँ
- स्टैन्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर्स (एसओपी)
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